विज्ञान क्या है - परिभाषा एवं प्रकार (What is Science in Hindi)

हमारे जीवन में विज्ञान का महत्वपूर्ण स्थान है। विज्ञान के बिना आधुनिक जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती। इसलिए आज हम जानेंगे कि विज्ञान क्या है (What is Science in Hindi) ? इसके अलावा हम यह भी जानेंगे कि विज्ञान की परिभाषा क्या है और विज्ञान के कितने प्रकार होते है?

अगर आप एक Student हैं तो यह पोस्ट आपके लिए बहुत उपयोगी है। स्कूल और कॉलेज में Science को एक विषय के रूप में पढ़ाया जाता है। इसलिए विज्ञान की परिभाषा और प्रकार जानना एक Student के लिए काफी महत्वपूर्ण है खासकर Science Background के student के लिए। इसलिए आज हम आपको आसान भाषा में विज्ञान के बारे में बताने वाले है।

विज्ञान क्या है (What is Science in Hindi) ?

विज्ञान क्या है - What is Science in Hindi

विज्ञान का अर्थ (Science Meaning in Hindi) - विज्ञान दो शब्दों से मिलकर बना है - वि+ज्ञान। इसप्रकार विज्ञान का शाब्दिक अर्थ होता है - विशेष ज्ञान।

Science शब्द की उत्पत्ति लैटिन भाषा के Scientia शब्द से हुई है जिसका शाब्दिक अर्थ होता है - to know (जानने की ईच्छा)

विज्ञान की परिभाषा (Definition of Science in Hindi) - "अवलोकन और प्रयोग के आधार पर प्राप्त वास्तविक एवं क्रमबद्ध ज्ञान को विज्ञान कहते है।"

किसी वस्तु या विषय का व्यवस्थित और क्रमबद्ध अध्ययन विज्ञान कहलाता है।

अवलोकन (observation), प्रयोग (Experimentation) और विश्लेषण (Analysis) के माध्यम से प्राकृतिक दुनिया को समझने के लिए विज्ञान एक व्यवस्थित और अनुभवजन्य तरीका है। इसमें परिकल्पनाओं (hypotheses) और सिद्धांतों (theories) का विकास और परीक्षण शामिल होता है। इसमें प्राकृतिक घटनाओं के व्यवहार के बारे में निष्कर्ष निकालने के लिए तार्किक और मात्रात्मक तरीकों का उपयोग होता हैं।

विज्ञान एक गतिशील और निरंतर विकसित होने वाला क्षेत्र है, जिसमें हर समय नई खोजें होती रहती हैं। यह भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान से लेकर मनोविज्ञान, समाजशास्त्र और अर्थशास्त्र तक विषयों की एक विस्तृत श्रृंखला तक फैला हुआ है।

भौतिकी, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान, पृथ्वी विज्ञान और कई अन्य विषय विज्ञान के बड़े और विविध क्षेत्र में शामिल हैं। प्राकृतिक दुनिया को समझना विज्ञान के केंद्र में है, जिसमें दुनिया कैसे संचालित होती है, इसके बारे में सिद्धांतों को बनाने और उनका मूल्यांकन करने के लिए साक्ष्य-आधारित तकनीकों को नियोजित करना शामिल है।

एक विषय के रूप में विज्ञान के अध्ययन में प्राकृतिक दुनिया के मूलभूत सिद्धांतों और इसके अध्ययन के तरीकों का अध्ययन शामिल है। इसमें आमतौर पर सैद्धांतिक और व्यावहारिक कार्य का संयोजन शामिल होता है, जिसमें छात्र व्याख्यान, Readings, और चर्चाओं के माध्यम से महत्वपूर्ण अवधारणाओं को सीखते हैं, और फिर इन अवधारणाओं को प्रयोगशाला में या फील्डवर्क के माध्यम से लागू करते हैं।

कुल मिलाकर, एक विषय के रूप में विज्ञान का अध्ययन चुनौतीपूर्ण और Rewarding दोनों हो सकता है। यह अनुसंधान, इंजीनियरिंग, चिकित्सा, और कई अन्य क्षेत्रों में कैरियर के अवसरों की एक श्रृंखला खोल सकता है।

हम विज्ञान का अध्ययन क्यों करते हैं इसके कई कारण हैं, और वे एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भिन्न होते हैं और स्थिति पर निर्भर करते हैं। कुछ सबसे सामान्य कारण हैं:

  • प्राकृतिक दुनिया को समझने के लिए: विज्ञान हमें सबसे छोटे कणों से लेकर सबसे बड़ी आकाशगंगाओं तक, हमारे आसपास की दुनिया को समझने में सक्षम बनाता है। विज्ञान का अध्ययन करके हम उन मूलभूत सिद्धांतों के बारे में जान सकते हैं जो प्राकृतिक दुनिया के व्यवहार को नियंत्रित करते हैं।
  • समस्याओं के समाधान के लिए: जलवायु परिवर्तन और संक्रामक रोगों जैसे वैश्विक मुद्दों से लेकर प्रदूषण और ऊर्जा उत्पादन जैसी अधिक स्थानीय चिंताओं तक समस्याओं की एक विस्तृत श्रृंखला से निपटने के लिए विज्ञान का इस्तेमाल किया जाता है।
  • नई तकनीकों के विकास के लिए: स्मार्टफोन से लेकर चिकित्सा उपचार तक आज हम जिन तकनीकों पर निर्भर करते हैं, वे सब वैज्ञानिक शोध (Scientific research) का परिणाम हैं। विज्ञान का अध्ययन करने से हमें अगली पीढ़ी की तकनीकों को बनाने के लिए आवश्यक ज्ञान और कौशल विकसित करने में मदद मिल सकती है।
  • नई सीमाओं का पता लगाने के लिए: विज्ञान एक निरंतर विकसित होने वाला क्षेत्र है, जिसमें हर समय नई खोजें और सफलताएँ मिलती रहती हैं। विज्ञान का अध्ययन हमें इस रोमांचक और गतिशील क्षेत्र का हिस्सा बनने और दुनिया की हमारी सामूहिक समझ में योगदान करने का अवसर देता है।
  • critical thinking skill का विकास: समस्याओ के समाधान के लिए विज्ञान मे एक दृढ़ एवं साक्ष्य-आधारित दृष्टिकोण की आवश्यकता होती है, जो critical thinking skill विकसित करने में मदद करता है।

कुल मिलाकर, विज्ञान का अध्ययन व्यक्तिगत और सामाजिक दोनों रूप से फायदेमंद होता है। यह विभिन्न प्रकार के करियर के लिए आधार प्रदान करता है। मानव कल्याण और ज्ञान की उन्नति में योगदान देता है।

विज्ञान की शाखाएँ (Branches of Science)

विज्ञान की तीन प्रमुख शाखाएँ है - भौतिकी (Physics), रसायन विज्ञान (Chemistry) और जीव विज्ञान (Biology)। वैसे विज्ञान को मुख्यतः दो भागों में बाँटा जाता है -

  1. भौतिक विज्ञान (Physical Science)
  2. जीव विज्ञान (Biological Science)

विज्ञान की शाखाएँ (प्रकार) - Branches of Science

भौतिकीय विज्ञान (Physical Science) 

विज्ञान की इस शाखा के अंतर्गत निर्जीव वस्तुओं और उससे सम्बंधित घटनाओं का अध्ययन किया जाता हैं। भौतिकी (Physics) और रसायन शास्त्र (Chemistry) भौतिक विज्ञान की दो प्रमुख शाखाएँ हैं।

जीव विज्ञान (Biological Science)

विज्ञान की इस शाखा के अंतर्गत सजीव वस्तुओं और उससे सम्बंधित घटनाओं का अध्ययन किया जाता हैं। वनस्पति विज्ञान (Botany) और प्राणिविज्ञान या जंतुविज्ञान (Zoology) जीव विज्ञान की दो प्रमुख शाखाएँ हैं।

भौतिकी या भौतिकशास्त्र (Physics)

विज्ञान की वह शाखा जिसके अन्तर्गत प्राकृतिक घटनाओं को कुछ परिकल्पनाओं, सिद्धान्तों एवं नियमों के द्वारा समझने का प्रयास किया जाता है, भौतिकी कहलाती है।

भौतिकी विज्ञान की वह शाखा है जिसके अंतर्गत द्रव्य, ऊर्जा और उनकी अंतक्रियाओं का अध्ययन किया जाता है। इसके अन्तर्गत मुख्य रूप से प्रकृति तथा प्राकृतिक घटनाओं का अध्ययन किया जाता है। भौतिकी के अन्तर्गत प्रकृति की छोटी-से-छोटी तथा बड़ी-से-बड़ी घटनाओं का अध्ययन किया जाता है। भौतिकी के अन्तर्गत एक परमाणु के नाभिक से लेकर विस्तृत ब्रह्माण्ड का भी अध्ययन किया जाता है। इस प्रकार भौतिकी का कार्यक्षेत्र अत्यन्त विस्तृत है।

'भौतिकी' शब्द संस्कृत भाषा से लिया गया है जिसका अभिप्राय है - प्राकृतिक। Physics शब्द ग्रीक भाषा के fusis शब्द से व्युत्पन्न हुआ है जिसका शाब्दिक अर्थ होता है - प्रकृति।

भौतिकी की विभिन्न शाखाओं को मुख्यतः दो भागों में विभाजित किया गया है-

  • चिरसम्मत भौतिकी (Classical physics)
  • आधुनिक भौतिकी (Modern physics)

भौतिकी की शाखाएँ

वैसे तो भौतिकी के मुख्यतः दो भाग है - Classical physics और Modern physics लेकिन अध्ययन की सुविधा के लिए भौतिकी (physics) को आठ भागों में बाँटा जाता है -

  1. यांत्रिकी (Mechanics)
  2. ध्वनि (Sound)
  3. ऊष्मा (Heat)
  4. स्थिर वैद्युतिकी (Electrostatics)
  5. विद्युत धारा (Electric Current)
  6. चुंबकत्व (Magnetism)
  7. प्रकाश (Light)
  8. आधुनिक एवं परमाणु भौतिकी (Modern & Atomic physics)

यांत्रिकी (Mechanics)

यांत्रिकी भौतिकी की वह शाखा है जिसके अंतर्गत वस्तु के गति का अध्ययन किया जाता है।

ध्वनि (Sound)

भौतिकी की इस शाखा के अन्तर्गत ध्वनि और उसके गुणों का अध्ययन किया जाता हैं।

ऊष्मा (Heat)

भौतिकी की इस शाखा के अंतर्गत ऊष्मा और ऊष्मा के संचरण, उत्पादन और गुण का अध्ययन किया जाता है।

स्थिर वैद्युतिकी (Electrostatics)

भौतिकी की इस शाखा के अंतर्गत स्थिर आवेश और व्यवहार एवं प्रभाव का अध्ययन किया जाता है।

विद्युत धारा (Electric Current)

भौतिकी की इस शाखा के अंतर्गत विद्युत धारा और उसके व्यवहार एवं प्रभाव का अध्ययन किया जाता है।

चुंबकत्व (Magnetism)

भौतिकी के इस शाखा के अंतर्गत चुम्बक और चुम्बक के गुण और व्यवहार का अध्ययन किया जाता है।

प्रकाश (Light)

भौतिकी की इस शाखा के अंतर्गत प्रकाश और प्रकाश के गुण और व्यवहार का अध्ययन किया जाता हैं।

आधुनिक एवं परमाणु भौतिकी (Modern & Atomic physics)

भौतिकी के इस शाखा के अंतर्गत परमाणु की संरचना, अर्ध-चालक एवं आधुनिक यंत्रों का अध्ययन किया जाता हैं।

रसायन विज्ञान (Chemistry)

विज्ञान की वह शाखा जिसके अंतर्गत हम पदार्थों द्रव्य के संगठन, संरचना तथा उनसे संबंधित भौतिक व रासायनिक गुण एवं पदार्थों में होने वाले परिवर्तनों का अध्ययन करते है, रसायन विज्ञान कहलाता हैं।

रसायन विज्ञान विज्ञान की वह शाखा है जो पदार्थ, उसके गुणों, संरचना और व्यवहार के अध्ययन के साथ-साथ रासायनिक प्रतिक्रियाओं के दौरान पदार्थ में होने वाले परिवर्तनों से संबंधित है।

रसायन विज्ञान की परिभाषा - पदार्थ की संरचना, बनावट और उसके बीच होती रासायनिक प्रतिक्रियाओं का अध्ययन रसायन विज्ञान कहलाता है।

रसायन का शाब्दिक संधि विच्छेद रस+आयन होता है। रस+आयन का शाब्दिक अर्थ सरल भाषा में रसों या द्रवों का अध्ययन करना होता है।

Chemistry शब्द की उत्पत्ति मिस्र (Egypt) की भाषा के Chemia शब्द से हुई है जिसका शाब्दिक अर्थ है होता है - काला रंग।

रसायन विज्ञान एक प्रायोगिक विज्ञान है। दुनिया में हर जगह, हर उद्योग तथा लगभग सभी क्षेत्रों में रसायन विज्ञान की अपनी एक अलग भूमिका है। रसायन विज्ञान का संबंध पदार्थों के अध्ययन से है। इसमें उन कणों , आयन , अणु , परमाणु आदि का अध्ययन किया जाता है जिससे कोई पदार्थ या यौगिक बना होता है, तथा उन पदार्थो के क्या क्या गुण है , उनकी अगर किसी अन्य पदार्थ से अभिक्रिया करवाई जाती है तो परिणाम में क्या पदार्थ बनेगा और इसके गुण क्या क्या होंगे इसका अध्ययन हम रसायन विज्ञान के अंतर्गत करते है।

यह ऐसा विज्ञान है जो दूसरे विज्ञानों जैसे खगोलविज्ञान, भौतिकी, पदार्थ विज्ञान, जीवविज्ञान और भूविज्ञान को आपस मे जोड़ता है जिसके कारण रसायन विज्ञान को केंद्रीय विज्ञान या आधारभूत विज्ञान के नाम से भी जाना जाता है।

एंटोनी लेवोज़ियर (Antoine Lavoisier) को आधुनिक रसायन शास्त्र का जनक माना जाता है।

चूंकि रसायन विज्ञान का क्षेत्र बहुत व्यापक है। रसायनशास्त्र के विकास के साथ-साथ इसके विशाल क्षेत्र को अध्ययन की सुविधा की दृष्टि से कई शाखाओं में विभाजित कर दिया गया है। इसमें से मुख्य शाखाएँ निम्नलिखित है-

  1. कार्बनिक रसायन (Organic Chemistry)
  2. अकार्बनिक रसायन (Inorganic Chemistry)
  3. भौतिक रसायन  (Physical Chemistry)
  4. वैश्लेषिक रसायन (Analytical chemistry)
  5. जैव रसायन (Bio Chemistry)
  6. कृषि रसायन (Agricultural Chemistry)
  7. औद्योगिक रसायन (Industrial Chemistry)
  8. नाभिकीय रसायन (Nuclear Chemistry)

इन शाखाओं मे से रसायन विज्ञान की तीन मुख्य शाखाएँ है - कार्बनिक (organic), अकार्बनिक (Inorganic) और भौतिक रसायन (Physical)। अन्य शाखाएँ देखी जाए तो इन तीन शाखाओं के विकास और विस्तार के फलस्वरूप बनी है।

कार्बनिक रसायन (Organic Chemistry)

रसायन शास्त्र की वह भाग जिसमें हाइड्रोकार्बन तथा उसके व्युत्पन्न यौगिक का अध्ययन किया जाता है कार्बनिक रसायन कहलाता है। इसके अन्तर्गत कार्बन से बने विभिन्न यौगिकों का अध्ययन किया जाता है।

अकार्बनिक रसायन (Inorganic Chemistry)

कार्बन और उसके यौगिकों के अतिरिक्त अन्य सभी तत्वों और यौगिकों का अध्ययन इस शाखा के अंतर्गत किया जाता है। इसमें तत्वों एवं उनके यौगिकों के बनाने की विधि, गुणधर्म, उपयोग तथा संरचना आदि का अध्ययन किया जाता है।

भौतिक रसायन  (Physical Chemistry)

इसके अन्तर्गत रसायन विज्ञान के विभिन्न सिद्धांतों का अध्ययन किया जाता है। रसायन विज्ञान की प्रत्येक शाखा से सम्बंधित विभिन्न नियमों और सिद्धांतों, पदार्थों का परिवर्तन तथा उर्जा और पदार्थ के संबंधों का अध्ययन भौतिक रसायन के अंतर्गत होता हैं। इसको रसायन विज्ञान का सबसे महत्वपूर्ण भाग माना जाता है।

वैश्लेषिक रसायन (Analytical chemistry)

इसके अन्तर्गत रसायन शास्त्र के विश्लेषणात्मक सिद्धान्तों का अध्ययन किया जाता है। इसके अंतर्गत पदार्थों की पहचान और उसके गुणात्मक व मात्रात्मक विश्लेषणों का अध्ययन किया जाता है।

जैव रसायन (Bio Chemistry)

जैव रसायन में जीवधारियों सें सम्बन्धित द्रव्य एवं उनकी विभिन्न रासायनिक प्रक्रियाओं का अध्ययन किया जाता है।

कृषि रसायन (Agricultural Chemistry)

कृषि रसायन में कृषि तथा उससे सम्बन्धित पदार्थों जैसे - उर्वरक, खनिज लवण आदि का अध्ययन किया जाता है।

औद्योगिक रसायन (Industrial Chemistry)

औद्योगिक रसायन मे विभिन्न औद्योगिक पदार्थों जैसे सीमेंट, साबुन, रंग, कपड़े, काँच आदि के गुण, संरचना, निर्माण आदि का अध्ययन किया जाता है। इसमें वस्तुओं की वृहद् मात्रा में औद्योगिक निर्माण की विधियों एवं नियमों का अध्ययन किया जाता है।

नाभिकीय रसायन (Nuclear Chemistry)

नाभिकिय रसायन में परमाणु के नाभिक में होने वाले परिवर्तन जैसे नाभिकिय विखण्डन तथा नाभिकिय संलयन आदि का अध्ययन किया जाता है। इसमें परमाणु के नाभिक का संगठन, नाभिकीय अभिक्रियाएं, समस्थानिकों व रेडियोधर्मी पदार्थों का अध्ययन किया जाता है।

जीव विज्ञान (Biology)

जीव विज्ञान दो शब्दों से मिलकर बना है - जीव + विज्ञान। विज्ञान की वह शाखा जिसमें हम जीवों का अध्ययन करते हैं उसे जीव विज्ञान कहते है। जीव विज्ञान में हम जीवों के गुण, संरचना, बनावट, व्यवहार, उत्पत्ति, विकास एवं उनके वर्गीकरण का अध्ययन करते है।

Biology ग्रीक भाषा के दो शब्दों Bios तथा Logos से बना है, जिसमें Bios का अर्थ है- Life (जीवन) तथा Logos का अर्थ है- Study (अध्ययन)। इस प्रकार ‘जीव विज्ञान’ का अर्थ है- जीवन का अध्ययन।

Biology शब्द का पहली बार प्रयोग 1802 में लैमार्क और उसके साथी ट्रेविरेनस ने किया गया था।

अरस्तू (Aristotle) को जीव विज्ञान का जनक माना जाता है।

जीव विज्ञान की दो मूल शाखाएँ है - वनस्पति विज्ञान (Botany) और प्राणि विज्ञान (Zoology)

इसके अलावा जीव विज्ञान की अन्य शाखाएँ हैं जैसे सूक्ष्म जीवविज्ञान (Microbiology), जैव रसायन (Biochemistry), कोशिकीय जीवविज्ञान(Cellular biology), पारिस्थितिकी (Ecology), विकासवादी जीवविज्ञान (Evolutionary biology), आनुवंशिकी (Genetics), आण्विक जीव विज्ञान (Molecular biology), शरीर विज्ञान (Physiology) आदि।

वनस्पति विज्ञान (Botany)

जीव विज्ञान की वह शाखा जिसके अन्तर्गत पादपों की संरचना तथा उनकी विभिन्न जैविक क्रियाओं का अध्ययन किया जाता है, वनस्पति विज्ञान कहलाती है। इसमें पादपों के विकास, श्वसन, प्रजनन और प्रकाश संश्लेषण जैसी प्रक्रियाओं का अध्ययन किया जाता है। 

Botany शब्द की उत्पत्ति ग्रीक भाषा के Botane शब्द से हुआ है जिसका अर्थ है - बूटी या पादप।

अरस्तू के शिष्य ‘थियोफ्रेस्टस’ को वनस्पति विज्ञान का जनक माना जाता है।

प्राणि विज्ञान या जन्तु विज्ञान (Zoology)

जीव विज्ञान की वह शाखा, जिसके अन्तर्गत जन्तुओं की संरचना तथा उनकी विभिन्न क्रियाओं का अध्ययन किया जाता है, जन्तु विज्ञान कहलाती है। जन्तु विज्ञान मे जानवरों के व्यवहार, संरचना, शरीर विज्ञान, वर्गीकरण और वितरण का अध्ययन किया जाता है।

Zoology शब्द ग्रीक भाषा के दो शब्दों Zoon तथा Logos से मिलकर बना है। इसमें Zoon का अर्थ है- 'जन्तु' तथा Logos का अर्थ है - 'अध्ययन' अर्थात Zoology शब्द का अर्थ है- ‘जन्तु का अध्ययन’।

विज्ञान का अन्य विषयों से संबंध

विज्ञान और भाषा

यद्यपि विज्ञान एक व्यावहारिक विषय है, लेकिन इसके शिक्षार्थियों के लिए यह बहुत महत्वपूर्ण है कि वे अपने विचारों और विचारों को स्पष्ट और आकर्षक रूप में व्यक्त कर सकें। इस प्रयोजन के लिए, यह आवश्यक है कि वे जिस भाषा का प्रयोग करते हैं, उसका उन्हें पूर्ण ज्ञान होना चाहिए। इस प्रकार भाषा और विज्ञान का गहरा सम्बन्ध है।

गणित और विज्ञान

गणित को विज्ञान का एकमात्र भाषा माना जाता है। बड़ी संख्या में वैज्ञानिक सिद्धांतों और नियमों को Mathematical Expression के रूप में व्यक्त किया जाता है, जिसके लिए विज्ञान विषयों का उन्नत अध्ययन करने के इच्छुक छात्र या व्यक्ति के पास गणितीय आधार होना बहुत आवश्यक है। गणितीय अभिव्यक्तियों और नियमों का उपयोग किए बिना किसी भी शिक्षक के लिए विज्ञान शिक्षण को प्रभावी ढंग से संचालित करना संभव नहीं है।

विज्ञान और सामाजिक अध्ययन

विज्ञान एवं सामाजिक अध्ययन के अधिकतर क्षेत्रों में एक दूसरे से संबंधित तत्व होते हैं।

विज्ञान और भूगोल

भूगोल वह विषय है जिसमें पृथ्वी, जिस पर हम रहते हैं, से संबंधित विभिन्न अवधारणाओं का अध्ययन किया जाता है। पृथ्वी, ब्रह्मांड के विभिन्न ग्रहों पर विद्यमान सभी वस्तुएँ भी भूगोल के प्रमुख विषय हैं। ये विषय भी विज्ञान विषय के अंतर्गत आते हैं।

विज्ञान और इतिहास

इतिहास के अध्ययन में विज्ञान एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। तकनीक की सहायता से हम मानव जाति के इतिहास को अच्छी तरह से समझ सकते है।

विज्ञान और राजनीति विज्ञान

राजनीतिक घटनाओं को समझने, राजनितिक विश्लेषण में योगदान करने और पर्यावरण और समाज पर राजनीतिक निर्णयों के प्रभाव का आकलन करने में विज्ञान काफी सहायक होता है।

वैज्ञानिक पद्धति

वैज्ञानिक पद्धति वैज्ञानिक अध्ययन की एक व्यवस्थित पद्धति है। वैज्ञानिक पद्धति किसी विषय वस्तु के अध्ययन मे प्रयुक्त होने वाली वह पद्धति है जिसे एक वैज्ञानिक (शोधकर्ता) प्रयुक्त करता है। दूसरे शब्दों मे यह वह अध्ययन पद्धति है जिसके द्वारा किसी विषय अथवा वस्तु का निष्पक्ष और व्यवस्थित ज्ञान प्राप्त किया जाता है।

वैज्ञानिक पद्धति के प्रमुख चरण

  • समस्या का चयन करना
  • अध्ययन के उद्देश्यों का निर्धारण करना
  • परिकल्पना का निर्माण करना
  • अध्ययन क्षेत्र एवं अध्ययन की इकाई का निर्धारण करना
  • अध्ययन पद्धतियों एवं उपकरणों का चयन करना
  • अवलोकन या निरीक्षण करना 
  • वर्गीकरण करना
  • सामान्यीकरण करना
  • पुनर्निरीक्षण करना
  • भविष्यवाणी करना

विज्ञान का महत्व

हमारे दैनिक जीवन में विज्ञान का बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान है। विज्ञान के बिना जीवन ही असंभव है। दैनिक जीवन में विज्ञान ने हमारी दिनचर्या को सुगम बना दिया है। विभिन्न क्षेत्रों में विज्ञान की उपयोगिता का महत्व इस प्रकार है-

कृषि के क्षेत्र में (In Agriculture)

उन्नत गुण और मात्रा में फसल उगाने के लिए रासायनिक उर्वरकों का प्रयोग होता है जो विज्ञान की देन है। यह विज्ञान का ही देन है कि हम बढ़ती आबादी की खाद्यान्न आवश्यकताओं की पूर्ति कर सके हैं तथा खाद्यान्न के क्षेत्र में आत्मनिर्भर हो पाये हैं।

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में (In Medical and Health)

विज्ञान के द्वारा वैज्ञानिक उपकरणों, यंत्रों, औषधियों के आविष्कार से रोगों की पहचान, निराकरण तथा बीमारियों का उन्मूलन आदि संभव हो सका है। निश्चेतक तथा एंटीसेप्टिक दवाओं के प्रयोग से आज कठिन से कठिन सर्जिकल ऑपरेशन संभव हो सके हैं।

औद्योगिक क्षेत्र में (In Industry)

विज्ञान के ज्ञान से औद्योगिक विकास व क्षमता में काफी सहायता मिली है। साबुन, डिटर्जेंट, सौन्दर्य प्रसाधन, रंग, कपड़ा, कागज, औषधि, सीमेंट, पेट्रोलियम आदि का निर्माण व उपयोग विज्ञान के कारण ही संभव है।

यातायात के क्षेत्र में (In Transport)

मोटर, वायुयान, कारें, साइकिल आदि यातायात साधन विज्ञान की ही देन हैं। जिनकी सहायता से कम से कम समय में अधिक से अधिक दूरी तय की जा सकती है।

मनोरंजन के क्षेत्र में ( In Recreation)

सिनेमा, टीवी, टेप रिकार्डर आदि विज्ञान के ही चमत्कार हैं। इन्होंने हमारे मनोरंजन के माध्यम से हमारे जीवन को खुशहाल बनाया है।

संचार के क्षेत्र में (In Communication)

मोबाइल, टेलीफोन, रेडियो, रॉकेट, इंटरनेट, फैक्स मशीन आदि ने सूचना के क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन लाए हैं। इन उपकरणों का प्रयोग कर कम से कम समय में अधिक से अधिक सूचना आवश्यकतानुसार भेजी और प्राप्त की जा सकती है। इनके उपयोग से लोगों मे एक-दूसरे से संपर्क बना रहता है।

खाद्यान्न के क्षेत्र में (In Food)

विश्व की निरन्तर बढ़ती आबादी के लिए खाद्यान्न की आपूर्ति में विज्ञान ने महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है। विभिन्न रासायनिक उर्वरकों द्वारा अधिक से अधिक खाद्यान्नों का उत्पादन किया जा रहा है ताकि आबादी की खाद्यान्न सम्बन्धी आवश्यकताओं की पूर्ति हो सके।

अंतरिक्ष के क्षेत्र में (In Space)

आज मनुष्य ने विज्ञान के कारण ही चन्द्रमा तथा अन्य ग्रहों में पहुंचने तथा अंतरिक्ष में भ्रमण करने में सफलता प्राप्त की है। बिना विज्ञान के इसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती थी। वर्तमान में विभिन्न क्षेत्रों में भौतिक शास्त्री, रसायन शास्त्री, जैव विज्ञानी आदि सभी अंतरिक्ष में जाकर विभिन्न अनुसंधानों में जुटे हैं।

उपरोक्त क्षेत्रों के अतिरिक्त हमारे जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में विज्ञान के ज्ञान का उपयोग हो रहा है। विज्ञान के नित नई खोजों के फलस्वरूप ही आज संपूर्ण संसार को 'ग्लोबल विलेज' की संज्ञा दी गयी है। अतः कहा जा सकता है कि विज्ञान का हमारे दैनिक जीवन तथा अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान है।

हमारे दैनिक जीवन में विज्ञान

विज्ञान के बिना आज हम जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते है। आज विज्ञान हमारे जीवन का एक अभिन्न अंग बन गया है। मानव सभ्यता के विकास में विज्ञान का उद्भव मनुष्य की सबसे बड़ी उपलब्धि है।

विज्ञान के चमत्कारों ने हमेशा से मानव जीवन को सरल बनाने का प्रयास किया है। यही कारण है कि मानव आज तकनीक पर बहुत निर्भर हो गया है। आज हम घर बैठे-बैठे किसी से भी मोबाइल के माध्यम से बात कर सकते है। कंप्यूटर के माध्यम से हमारा कार्य सरल हो गया है और यातायात के विभिन्न साधनों के माध्यम से हमारी यात्रा सुखद हो गई है।

विज्ञान ने मनोरंजन के क्षेत्र में अद्भुत भूमिका निभाई है। आज विज्ञान के चमत्कारों के कारण ही मानव के पास मनोरंजन के बहुत सारे विकल्प हैं। मोबाइल, टीवी, कंप्यूटर, लैपटॉप, गेम्स आदि कुछ उदाहरण है जिससे मानव अपना मनोरंजन कर सकता है। इसके अलावा फेसबुक, इन्स्टाग्राम, यूट्यूब, टिकटॉक, ट्विटर आदि कुछ ऐसे ऐप हैं जो मानव का मनोरंजन करने में सहायता करते हैं।

दुनिया के प्रत्येक कोने की खबरों को अपने मोबाइल पर देख सकते है।

गृहिणियों के लिए तो विज्ञान एक वरदान है। अब उसे अपना सारा समय रसोईघर में बिताने की आवश्यकता नहीं पड़ती। आज गृहिणी कपड़े धोने, प्रेस करने से लेकर फर्श आदि साफ करने के काम बिजली के यंत्रों की सहायता से करती है।

विज्ञान ने हमारे जीवन में भारी परिवर्तन ला दिया है। हम जागते हैं और पेस्ट और ब्रश का उपयोग करते हैं जो दोनों विज्ञान द्वारा दिए गए हैं। हम खाना पकाने, खाने, कपड़े आदि में विज्ञान का उपयोग करते हैं। आज हमारे जीवन का हर क्षेत्र जैसे भोजन, आवास, यातायात, चिकित्सा, मनोरंजन, कृषि, मनोरंजन, उद्योग आदि सभी विज्ञान से प्रभावित है।

विज्ञान ने मनुष्य को दुखों से छुटकारा दिलाने, उसकी अज्ञानता को दूर भगाने व उसकी मुश्किलों को कम करने में सार्थक भूमिका निभाई है। विज्ञान मानव का निष्ठावान सेवक है।

निष्कर्ष

उम्मीद है अब आप विज्ञान क्या है (What is Science in Hindi) अच्छी तरह से जान गए होंगे। विज्ञान की परिभाषा और प्रकार को भी अच्छी तरह से समझ गए होंगे। स्कूल और कॉलेज के छात्रों के लिए यह जानना काफी महत्वपूर्ण है।

LEAVE YOUR VALUABLE COMMENT

Post a Comment (0)
Previous Post Next Post