Subsidy Meaning in Hindi - सब्सिडी क्या हैं? भारत में यह किसे और क्यों दिया जाता हैं?

अपने टी.वी. या अखबार में 'Subsidy' शब्द अवश्य पढ़ा या सुना होगा। अगर आपके मन में यह सवाल उठता है कि सब्सिडी का मतलब (Subsidy Meaning in Hindi) क्या होता हैं ? तो आज हम आपको ये बताने वाले है कि सब्सिडी क्या होता है (What is Subsidy in Hindi) ? भारत में सब्सिडी किसे और क्यों दिया जाता हैं ?

सब्सिडी सरकार द्वारा व्यक्तियों या व्यवसायों को नकद, अनुदान या टैक्स छूट के रूप में दिया जाने वाला आर्थिक सहायता है। सब्सिडी सस्ती कीमतों पर लोगों को आवश्यक वस्तुएँ प्रदान करने के लिए सरकार द्वारा दी जाने वाली छूट है।

Subsidy Meaning in Hindi: Subsidy का हिंदी में मतलब होता है - सहायिकी या राजसहायता। सहायिकी का अर्थ है - राज्य द्वारा विशेष आर्थिक सहायता।

Subsidy शब्द की उत्पति लैटिन भाषा के शब्द 'subsidium' से हुई है जिसका शाब्दिक अर्थ होता है - coming from behind to support (सहायता के लिए पीछे से आना)

सब्सिडी क्या है? (What is subsidy)

सब्सिडी क्या है? (What is subsidy in Hindi)

सब्सिडी की परिभाषा (Definition of Subsidy): आर्थिक एवं सामाजिक उद्देश्य से सरकार द्वारा व्यक्तियों, संस्थाओं या व्यवसायों को नकद या टैक्स कटौती के रूप में दी जाने वाली वित्तीय सहायता को सब्सिडी कहते हैं।

सरल शब्दों में, सब्सिडी एक प्रकार का सरकारी सहायता या छूट हैं। किसी वस्तु की कीमत को कम करने के लिए सरकार सब्सिडी देती हैं। कुछ आवश्यक वस्तुएँ जिन्हें गरीब लोग खरीदने में असमर्थ होते हैं उन वस्तुओं के कीमत का एक हिस्सा सरकार चुकाती हैं।

उदहारण के लिए- भारत में सरकार LPG Cylinder पर सब्सिडी देती हैं। ताकि लोग इसे सस्ती दाम पर खरीद सके और उनका वित्तीय बोझ कम हो। एलपीजी के ज्यादा प्रयोग से पर्यावरण प्रदूषण भी कम होता हैं। इसलिए सरकार प्रोत्साहन के लिए भी सब्सिडी देती हैं।

Subsidized Meaning: Subsidized का मतलब है जिसपर सब्सिडी दी गई हो। जिस वस्तु या सेवा पर सरकार सब्सिडी देती है उसे Subsidized कहा जाता हैं। जैसे- भारत सरकार LPG सिलिंडर पर सब्सिडी देती है। इसलिए LPG सिलिंडर Subsidized होते हैं।

सरकार सब्सिडी कैसे देती है ?

सब्सिडी दो तरीके से दी जाती हैं -

  1. प्रत्यक्ष सब्सिडी
  2. अप्रत्यक्ष सब्सिडी

प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष सब्सिडी (Direct and Indirect Subsidy)

प्रत्यक्ष सब्सिडी (Direct Subsidy) - जब सरकार द्वारा लाभार्थी को सब्सिडी की राशि का नकद भुगतान किया है, उसे प्रत्यक्ष सब्सिडी कहते हैं। इसमें सरकार सब्सिडी का पैसा सीधे लाभार्थी के बैंक अकाउंट में ट्रांसफर करती हैं।

अप्रत्यक्ष सब्सिडी (Indirect Subsidy) - जब सरकार सब्सिडी का नकद भुगतान न करके उसे अन्य माध्यम के द्वारा लाभार्थी को सब्सिडी का लाभ दे, उसे अप्रत्यक्ष सब्सिडी कहते हैं। इसमें सरकार वस्तुओं को सब्सिडी देकर कम दाम पर उपलब्ध करवाती है। टैक्स में छूट, कम ब्याज पर कर्ज आदि भी अप्रत्यक्ष सब्सिडी हैं।

नोट: कैश सब्सिडी (Cash Subsidy) - जब सरकार किसी व्यक्ति या व्यवसाय को सब्सिडी के रूप में नकद भुगतान करती है तो उसे कैश सब्सिडी कहते हैं। प्रत्यक्ष सब्सिडी ही कैश सब्सिडी हैं।

सब्सिडी क्यों दी जाती हैं ?

सरकार विभिन्न उद्देश्यों से सब्सिडी देती हैं। आर्थिक रूप से कमजोर लोग जरूरी वस्तुओं को खरीद सके इसलिए सरकार सब्सिडी देती हैं। कृषि और विभिन्न उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए भी सब्सिडी दी जाती हैं।

सब्सिडी देने के उद्देश्य निम्नलिखित हैं-

  1. आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को कम कीमत पर वस्तुएँ उपलब्ध कराना।
  2. सामाजिक कल्याण को बढ़ावा देना।
  3. वस्तुओं और सेवाओं के उत्पादन में वृद्धि।
  4. लघु और कुटीर उद्योग का विकास
  5. कृषि क्षेत्र का विकास एवं किसानों को आर्थिक सहायता देना।

सब्सिडी के प्रकार (Types of Subsidy)

सरकार द्वारा सामाजिक और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों और व्यवसायों को प्रोत्साहित करने के लिए विभिन्न प्रकार के सब्सिडी देती हैं।

अर्थव्यवस्था के विभिन्न sectors को बढ़ावा देने के लिए कई प्रकार की सब्सिडी दी जाती हैं। सरकार कृषि क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए सब्सिडी देती हैं। निर्यात बढ़ाने के लिए सरकार सब्सिडी देती हैं।

भारत में सब्सिडी के विभिन्न प्रकार

भारत में सरकार द्वारा व्यक्तियों, संस्थाओं, व्यवसायों और उद्योगों को आर्थिक रूप से सहायता प्रदान करने के लिए कई तरह के सब्सिडी दी जाती हैं।

भारत में केंद्र सरकार और राज्य सरकार विभिन्न प्रकार के सब्सिडी देती हैं जो निम्नलिखित है -

खाद्यान्न सब्सिडी (Food Subsidy): सरकार गरीबी रेखा के नीचे रहने वाले लोगों को सस्ते दामों पर अनाज वितरित करती हैं। सार्वजानिक वितरण प्रणाली के द्वारा सरकार गरीबों को अनाज बाँटती हैं। सरकार सबसे ज्यादा सब्सिडी खर्च खाद्यान्न पर करती हैं।

किसानों के लिए सब्सिडी (Farmer Subsidy): सरकार किसानों को कई प्रकार के प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष सब्सिडी देती हैं। इसमें ब्याज माफी, कैश सब्सिडी, उपकरण, उर्वरक, वाहन खरीदने के सब्सिडी शामिल हैं।

पेट्रोलियम सब्सिडी (Petroleum Subsidy): सरकार रसोई गैस (LPG) पर सब्सिडी देती हैं। सरकार गरीबों को कम दामों पर मिट्टी का तेल उपलब्ध कराती हैं। BPL महिलाओं को LPG कनेक्शन लेने के लिए आर्थिक सहायता देती हैं। किसानों को डीजल की खरीद पर सब्सिडी मिलती हैं।

धार्मिक सब्सिडी (Religious Subsidy): सरकार धार्मिक तीर्थयात्रियों को तीर्थ यात्रा के लिए सब्सिडी देती हैं। मुसलमानो को हज के लिए हज सब्सिडी दी जाती थी। हिन्दुओं को अमरनाथ की यात्रा के लिए सब्सिडी के रूप में आर्थिक सहायता मिलती हैं।

कर सब्सिडी (Tax Subsidy): सरकार सब्सिडी के तौर पर 'कर में छूट' देती हैं। यह उद्योगों को दी जाती हैं ताकि नुकसान की स्थिति में उद्योगों उत्पादन करना बंद न कर दे और लोगों का रोजगार खत्म हो। सरकार आयात और निर्यात पर भी कंपनियों को टैक्स में छूट देती हैं।

ब्याज सब्सिडी (Subsidy on Interest): सरकार ब्याज माफी के रूप में सब्सिडी देती हैं। सरकार किसानों, छात्रों और कंपनियों के कर्ज का ब्याज खुद चुकाती हैं और उन्हें ब्याज माफी के रूप में सब्सिडी देती हैं।

सब्सिडी के लाभ (Advantages of Subsidy)

सब्सिडी से आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को फायदा पहुँचता हैं। गरीबों को जरूरत की चीजें सस्ते दामों पे मिलती हैं।

सब्सिडी के माध्यम से कृषि क्षेत्र को लाभ होता हैं। किसानों को आर्थिक सहायता मिलती हैं। किसानों को कम दाम पर मशीन, परिवहन, बीज और उर्वरक मिलता हैं जिससे उनका उत्पादन और आय बढ़ता हैं।

सब्सिडी के माध्यम से लघु एवं कुटीर उद्योगों को बढ़ावा मिलता हैं। कुछ चीजों के उत्पादन पर सब्सिडी देने से उस वस्तु का उत्पादन बढ़ता हैं। उद्योगों को सब्सिडी देने से रोजगार भी बढ़ता हैं।

सब्सिडी से हानि (Disadvantages of Subsidy)

सरकार आम जनता से वसूले टैक्स के पैसे से सब्सिडी देती हैं। इसप्रकार से सब्सिडी का बोझ आम जनता के जेब पर पड़ता हैं। सब्सिडी का लाभ अमीरों को भी मिलता हैं। सब्सिडी का लाभ उन लोगों को भी मिल जाता हैं जिसे इसकी आवश्यकता नहीं होती हैं।

जिस वस्तु पर सरकार सब्सिडी देती है उसका दाम कम हो जाता हैं। दाम कम होने पर उस वस्तु की मांग बढ़ जाती हैं और देश में उस वस्तु की कमी हो जाती हैं।

सरकार लाखों करोड़ रूपए सब्सिडी देने में खर्च खर्च करती हैं। इन पैसों का उपयोग किसी और काम के लिए किया जा सकता हैं। सब्सिडी का बोझ अंत में आम जनता को उठाना पड़ता हैं।

सब्सिडी के वितरण में भ्रष्टाचार एक बड़ी समस्या हैं। इससे जरूरतमंद को फायदा नहीं होता और बिचौलिए फायदा उठा लेते हैं। इसलिए सरकार सब्सिडी को डायरेक्ट लाभार्थी के बैंक खाते में भेजती हैं। सब्सिडी से जुड़े भ्रष्टाचार रोकने में आधार ने इसमें एक अहम भूमिका निभाई हैं।

निष्कर्ष

सब्सिडी सरकार द्वारा दिया जाने वाला आर्थिक सहायता हैं। सब्सिडी नकद या टैक्स में छूट के रूप में दिया जाता हैं। आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को वस्तुएँ कम कीमत पर उपलब्ध कराने के लिए सरकार सब्सिडी देती हैं। इसका मुख्य उद्देश्य आर्थिक और सामाजिक रूप से कमजोर वर्ग या व्यवसाय को आर्थिक रूप से प्रोत्साहित करना हैं।

उम्मीद हैं अब आप सब्सिडी के बारे में अच्छी तरह से जान गए होंगे। सब्सिडी का मतलब (Subsidy Meaning in Hindi) क्या होता है और यह किसे और क्यों दिया जाता है ये भी अच्छी तरह से समझ गए होंगे।

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